आज हमारे देश भारत में भ्रष्टाचार अपने इस चर्म पर है कि देश की सबसे कठिन और सबसे विशेष एवं सुरक्षित परीक्षा यूपीएससी जो कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा समय समय पर अनेकों प्रशासनिक सेवाओं पर नियुक्ति हेतु सुचारू रूप आयोजित की जाती है वहीं विश्व में तीन सबसे कठिन परीक्षाओं में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली भारत की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा आज बड़े विवादों में घिरी हुई है।जहां एक ओर संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष मनोज सोनी के इस्तीफे ने देश में जनता के बीच एक भयाभय माहौल उत्पन्न कर दिया है, और वहीं दूसरी ओर हाल ही में आईएएस अधिकारी की परीक्षा में उत्तीर्ण पूजा खेड़कर को लेकर राजनीतिक व सामाजिक रूप से देश में यह मामला काफी गरमा-गर्मी में चल रहा है। जहां एक ओर सत्तारूढ़ी पार्टी भी इस मामले पर विशेष जांच करने की बात सामने रख रही है। वहीं दूसरी ओर विपक्ष के रूप में इंडिया एलाइंस भी इस मामले में सत्तारूढ़ी पार्टी को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं बक्शा रहा है। फिलहाल में यह मामला देश में एक प्रमुख चर्चा का विषय बना हुआ है। साथ ही यहां यह मामला अधिक तब उछाल में आया जब हाल ही में आईएएस परीक्षा में उत्तीर्ण ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेड़कर पर परीक्षा में फर्जीवाड़े का इल्ज़ाम लगा और उसके बाद मामले ने जोरों पर सुर्खियां तो तब पकड़ी जब ट्रेनी आईएएस अफसर पूजा खेड़कर पर दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के बाद वह मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी भी नहीं पहुंची और ना ही पुणे पुलिस को उनके बारे में कोई जानकारी है। अब यह मामला देश लंबे अर्से से चल रहें परीक्षा लीक मामले में चल रहें भ्रष्टाचार से जोड़ने कार्य विपक्ष कर रहा है। साथ ही देश में यूपीएससी की परीक्षा को लेकर आम जन व सामाजिक रूप से भ्रष्टाचार और धांधली में लिप्त बताया जा रहा है। अब जानना यह है कि वर्तमान में सत्तारूही इस मामले को लेकर क्या कार्यवाही करते है, और विपक्ष इस मामले को आगे क्या मोड़ देता हैं।